भोपाल। प्रदेश के सरकारी अस्पतालों में पदस्थ डॉक्टर इन दिनों सुर्ख़ियो में बने हुए है कारण है उनके विवादस्पद बोल। हाल ही में सागर जिले के एक सरकारी डॉक्टर का वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हुआ था, और अब खबर प्रदेश के ही बुरहानपुर जिले से आ रही है, जंहा जिला अस्पताल में पदस्थ डॉक्टर रधुवीर सिंह का एक वीडियो वायरल हुआ है। इस वीडियो में डॉक्टर पुलिस आरक्षक से अभद्रता करते नजर आ रहे है।

वीडियो में डॉ.रधुवीर पुलिस कर्मी से कह रहे हैं कि नौकरी “जूते की नोक पर नौकरी को रखता हूं तुम्हारा टीआई थर्ड क्लास और मैं सेकंड क्लास ऑफिसर हूँ।”

क्या है पूरा मामला

दरअसल बुरहानपुर के सरकारी अस्पताल में पदस्थ डॉ. रघुवीर सिंह ड्यूटी पर थे और उनके पास शहपुर थाने का सिपाही दीपक प्रधान एमएलसी लेकर पहुंचा था। उन्हें एमएलसी में केवल चोट है या नहीं यह लिखना था लेकिन सिपाही करीब दो दो घंटे तक बैठा रहा। डॉक्टर रघुवीर सिंह को उसने एमएलसी के लिए कहा तो वे गर्म हो गए और सिपाही ने कलेक्टर को शिकायत करने का कह दिया तो वे और नाराज हो गए। डॉ. रघुवीर सिंह ने उसे कहा कि वह अब बिलकुल नहीं करेंगे। वे शौक के लिए नौकरी कर रहे हैं।नीचे की ओर इशारा करते हुए जूते की नोक पर नौकरी को रखते हैं। कहीं बैठकर वह इससे ज्यादा कमा लेंगे। पुलिस वाले नहीं हैं कि वे कुछ और नहीं कर पाएंगे। सिपाही से कहा कि टीआई से बात करा तो उसने फिर टोका और टीआई को जी लगाकर बात करने को कह दिया। इसके बाद उनका पारा और सातवें आसमान पर चढ़ गया और कहा कि तेरा टीआई थर्ड क्लास है और वे सेकंड क्लास ऑफिसर हैं।

आरक्षक ने सारी बात शहपुर थाने के टीआई अखिलेश मिश्रा को बताई और टीआई ने बात आला अफसरों तक पहुँचा दी।

पूरे मामले पर डॉक्टर ने क्या कहा

इस पूरे मामले पर ड्यूटी डॉक्टर रघुवीर सिंह ने मीडिया के सामने सफाई देते हुए कहा कि आज छुट्टी का दिन है। मैं इमरजेंसी ड्यूटी पर तैनात हूं। मुझे पेशेंट भी देखना है, मैंने उन्हें कहा की एक की एमएलसी मैंने कर दी है। आप थोड़ा वेट कीजिए। दूसरे की भी कर देता हूं, लेकिन उनका कहना था कि आप कह कर बुलाए हैं। पुलिसकर्मी ने कलेक्टर साहब की धमकी दे रहे थे. मुझसे दबाव में काम करवाना चाहते थे। वह ऐसे दबाव में काम नहीं करते हैं।

 

हाल ही में सागर के बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल में भी ऐसा वाकया देखने को मिला था, जिसमें डॉक्टर के बिगड़े बोल के कारण ही उसे 15 दिन के लिए निष्कासित कर दिया गया।

तेरे जैसे छर्रे रोज भार्गव जैसे मंत्रियों से फोन कराते हैं’…कहने वाला डॉक्टर 15 दिन के लिए निष्काषित

 

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