पेरिस ओलंपिक 2024 में भारतीय दल का सफर 6 मेडल के साथ समाप्त हो गया है। भारत ने इस दौरान 1 सिल्वर और 5 ब्रॉन्ज मेडल जीते। निराशा की बात यह रही कि 14 दिन तक चलते इस इवेंट में कोई भी भारतीय गोल्ड जीतने में कामयाब नहीं रहा, जिस वजह से पोर्डियम पर चढ़ने के दौरान भारतीय राष्ट्रगान नहीं बज सका।
भारत की ओर से सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले एथलीट इस बार भी नीरज चोपड़ा रहे जिन्होंने देश को एकमात्र सिल्वर मेडल जैवलिन थ्रो में जीताया। इसके अलावा शूटिंग, हॉकी और पहलवानी में भारत ने 5 ब्रॉन्ज मेडल जीते।
इन 6 मेडल के साथ भारत मेडल टेबल में फिलहाल 71वें स्थान पर है। टोक्यो ओलंपिक के मुकाबले यह भारत का निराशाजनक प्रदर्शन रहा। पिछली बार में भारत ने कुल 7 मेडल जीते थे, जिसमें नीरज चोपड़ा का एक गोल्ड शामिल था। टोक्यो ओलंपिक की मेडल टेबल में भारत 48वें पायदान पर रहा था।
पेरिस ओलंपिक में भारत के कुल 117 एथलीट्स का जत्था गया था, ऐसे में सिर्फ 6 मेडल के साथ लौटना एक चिंता का विषय है।
विनेश फोगाट के मेडल का फैसला आना बाकी
पहलवान विनेश फोगाट को मेडल मिलेगा या नहीं, इस पर फैसला अभी आना बाकी है। फोगाट ने 50Kg वर्ग के फाइनल में जगह बनाई थी, उनका कम से कम सिल्वर मेडल कन्फर्म था, मगर फाइनल के दिन 100 ग्राम वजन अधिक होने की वजह से उन्हें डिस्क्वालिफाई कर दिया गया। हालांकि उन्होंने इसके लिए अपील की है जिसका फैसला आना बाकी है।
शूटिंग में चमकीं मनु भाकर, भारत ने जीते तीन मेडल
मनु भाकर ने पेरिस ओलंपिक में देश को पहला मेडल शूटिंग में दिलाया था। टोक्यो ओलंपिक में खराब बंदूक के चलते निराशाजनक प्रदर्शन करने वाली इस शूटर ने पेरिस में एक नहीं बल्कि 2-2 ब्रॉन्ज मेडल जीते। पहला ब्रॉन्ज मेडल उन्होंने 10 मीटर एयर पिस्टल वुमेंस इवेंट में जीता। इसके बाद 10 मीटर एयर पिस्टल मिक्स इवेंट में उन्होंने सरबजोत के साथ ब्रॉन्ज पर निशाना लगाया।
शूटिंग में भारत को तीसरा मेडल पुरुषों की 50 मीटर राइफल 3 पोजीशन में स्वप्निल कुसाले ने जीताया।
कुश्ती में चमके 21 साल के अमन सहरावत
कुश्ती में भारत के कुल 6 पहलवानों ने पेरिस ओलंपिक में चुनौती पेश की थी, जिसमें 5 महिला और 1 पुरुष पहलवान था। अमन सहरावत 57kg वर्ग में भारत को ब्रॉन्ज मेडल जीताने में कामयाब रहे। यह उनके करियर का पहला ओलंपिक था। उन्होंने 21 साल और कुछ दिन की उम्र में ओलंपिक मेडल जीत भारत के लिए इतिहास रचा। वह देश के लिए ओलंपिक मेडल जीतने वाले सबसे युवा खिलाड़ी बने। इस लिस्ट में उन्होंने पीवी सिंधू को पछाड़ा।
वहीं विनेश फोगाट को छोड़कर कोई महिला पहलवान अपनी छाप छोड़ने में नाकामयाब रही। अगर CAS का फैसला विनेश के पक्ष में आता है तो वह कुश्ती में भारत को पेरिस ओलंपिक में दूसरा मेडल जीताने वाली पहलवान बन जाएगी।
हॉकी में लगातार दूसरी बार जीता ब्रॉन्ज
भारतीय पुरुष हॉकी टीम ओलंपिक खेलों में लगातार दूसरी बार ब्रॉन्ज मेडल जीतने में कामयाब रही। टीम का फाइनल में पहुंचने का सपना जर्मनी ने सेमीफाइनल में तोड़ा, मगर ब्रॉन्ज मेडल मैच में भारत ने स्पेन को 3-2 से हराकर जीत दर्ज की। 1968-72 के बाद भारत ने लगातार दो ओलंपिक खेलों में हॉकी में मेडल जीता है। उम्मीद है अगली बार पुरुष हॉकी टीम गोल्ड के साथ इस हैट्रिक को पूरा करेगी।
नीरज चोपड़ा के साथ से फिसला गोल्ड
टोक्यो ओलंपिक में गोल्ड पर निशाना लगाने वाले नीरज चोपड़ा को इस बार पेरिस ओलंपिक में सिल्वर से ही संतोष करना पड़ा। पाकिस्तान के अर्शद नदीम ने 92.97 मीटर को थ्रो कर नीरज की गोल्ड की उम्मीदों को ही खत्म कर दिया था। भारतीय एथलीट ने इस कॉम्पिटिशन में सीजन बेस्ट परफॉर्मेंस देते हुए 89.45 मीटर का थ्रो फेका और पोर्डियम पर दूसरे स्थान पर रहे।