लोकसभा चुनाव 2024 के मतगणना घड़ी एकदम नजदीक आ गई है। अब बस आधे घंटे का और इंतजार शेष रह गया है। उसके बाद यह साफ हो जाएगा कि कौन कितने पानी में है. जनता ने किसके नाम पर ईवीएम का बटन दबाया है। देशभर में आज एक साथ लोकसभा की सभी सीटों के लिए मतगणना सुबह 8 बजे शुरू । राजस्थान की 25 सीटों के लिए अप्रेल माह में दो चरणों में मतदान हुआ था।राजस्थान में बीजेपी सभी 25 सीटों पर चुनाव लड़ रही है. वहीं कांग्रेस इस बार 22 सीटों पर खुद चुनाव लड़ रही है. तीन सीटें सीकर, नागौर और बांसवाड़ा उसने इंडी गठबंधन के तहत अपने सहयोगी दलों को दे रखी है। चुनाव परिणाम को लेकर नेताओं के दिलों की धड़कनें बढ़ी हुई हैं।
राजस्थान में बीजेपी बीते दो लोकसभा चुनाव से क्लीन स्वीप करती आ रही है. यानी 10 साल से राजस्थान की सभी सीटें बीजेपी के कब्जे में है। बीजेपी इस बार भी सभी 25 सीटें जीतने का दावा कर रही है। बीजेपी का यह दावा कितना सही साबित होगा यह दिन चढ़ने के साथ ही पता चल जाएगा। कांग्रेस पिछले दस साल से राजस्थान में अपना खाता खोलने के लिए प्रयासरत है. कांग्रेस के दावों और एग्जिट पोल के अनुमान के मुताबिक इस बार वह मरुधरा में खाता खोलने में सफल होती दिख रही है।
बीजेपी कांग्रेस ने दोनों ने कर रखे हैं बड़े-बड़े दावे
हालांकि कांग्रेस राजस्थान में डबल डिजिट यानी 10 से ज्यादा सीटों पर जीत का दावा कर रही है. लेकिन विभिन्न एग्जिट पोल ने उसे 2 से 7 सीटें मिलने का अनुमान जता रखा है. राजस्थान में इस बार कई सीटों पर कड़ा मुकाबला है. इनमें बाड़मेर, नागौर, सीकर, झुंझुनूं, कोटा, बांसवाड़ा, दौसा, चूरू और जयपुर ग्रामीण शामिल मानी जा रही है. बीजेपी का चुनावी प्रबंधन कांग्रेस के मुकाबले आगे रहा है. लेकिन कांग्रेस का दावा है कि जनता ने इस बार उसे दिल खोलकर वोट दिया है।
दोनों ही पार्टियों के लिए ये चुनाव साख का सवाल हैं
राजस्थान में बीजेपी पांच माह पहले ही सत्ता में लौटी है. लिहाजा ये चुनाव उसके लिए किसी अग्निपरीक्षा से कम नहीं हैं. अगर बीजेपी सभी सीटें नहीं जीत पाई तो राज्य की भजनलाल सरकार की साख पर आंच आ सकती है। वहीं कांग्रेस के लिए भी ये चुनाव जीवन मरण का सवाल बना हुआ है। कांग्रेस अगर इस बार भी कुछ हासिल नहीं कर पाई तो पार्टी के साथ प्रदेश के दिग्गज नेताओं की साख पर भी बट्टा लग सकता है।