प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार (8 जून) को होने वाले अपने शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने के लिए श्रीलंका के राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे और बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना को आमंत्रित किया है।
विक्रमसिंघे और हसीना दोनों ने पीएम मोदी द्वारा दिए गए निमंत्रण को स्वीकार कर लिया है। 4 जून को भारत के 18वें लोकसभा चुनाव के परिणामों की घोषणा के बाद, नरेंद्र मोदी ने प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। वे फिलहाल नई सरकार के शपथ ग्रहण तक कार्यवाहक प्रधानमंत्री बने रहेंगे।
इन देशों को भेजा न्योता
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस सप्ताह के अंत में होने वाले अपने शपथ ग्रहण समारोह के लिए श्रीलंका और बांग्लादेश के अलावा नेपाल और मॉरीशस के प्रधानमंत्रियों, श्रीलंका के राष्ट्रपति और भूटान के राजा को आमंत्रित किया है। पीएम मोदी ने शपथ ग्रहण समारोह के लिए बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना, नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहाल और मॉरीशस के प्रधानमंत्री प्रविंद कुमार जगन्नाथ को आमंत्रित किया है। इसके अलावा श्रीलंका के राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे और भूटान के राजा ड्रुक ग्यालपो जिग्मे खेसर नामग्याल वांगचुक को भी आमंत्रित किया गया है।
इससे पहले बुधवार को प्रधानमंत्री मोदी ने हाल ही में संपन्न लोकसभा चुनावों में एनडीए की चुनावी सफलता पर उन्हें बधाई देने के बाद इन सभी नेताओं को धन्यवाद दिया है। उन्होंने सिलसिलेवार ट्वीट में यह भी कहा कि उन्होंने इन नेताओं से टेलीफोन पर भी बात की। लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा)-नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) को मिली जीत को लेकर अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन, रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन, फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों, ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक, इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी, जर्मन चांसलर ओलाफ स्कोल्ज और यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की समेत विश्व के 75 से अधिक नेताओं ने निवर्तमान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को बधाई दी है।
राष्ट्रपति पुतिन और प्रधानमंत्री सुनक ने मोदी से फोन पर अलग-अलग बातचीत की। जेलेंस्की, ताइवान के राष्ट्रपति लाई चिंग ते, इटली की प्रधानमंत्री मेलोनी और चीनी विदेश मंत्रालय ने भी मोदी को बधाई संदेश भेजा। बाइडन ने मोदी और राजग को लोकसभा चुनाव में जीत के लिए बधाई दी। बाइडन ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा कि भारत और अमेरिका के बीच मित्रता बढ़ रही है, क्योंकि दोनों पक्ष असीमित संभावनाओं वाले साझा भविष्य का मार्ग प्रशस्त कर रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘‘मोदी और राजग को उनकी जीत पर बधाई तथा इस ऐतिहासिक चुनाव में हिस्सा लेने वाले लगभग 65 करोड़ मतदाताओं को बधाई।’’ श्रीलंका, मालदीव, ईरान और सेशेल्स के राष्ट्रपतियों और नेपाल, बांग्लादेश, भूटान, म्यांमा तथा मॉरीशस के प्रधानमंत्रियों ने मोदी को बधाई संदेश भेजे हैं। बाद में नरेंद्र मोदी ने सभी को ट्वीट कर धन्यवाद कहा।
2014 और 2019 में किसे दिया था न्योता
प्रधानमंत्री मोदी के 2014 के शपथ ग्रहण समारोह में सभी सार्क राष्ट्राध्यक्षों को आमंत्रित किया गया था। 2019 में मॉरीशस और किर्गिस्तान के साथ-साथ सभी बिम्सटेक देशों को आमंत्रित किया गया था। इससे पहले राष्ट्रपति विक्रमसिंघे 21 जुलाई, 2023 को प्रधानमंत्री मोदी के निमंत्रण पर भारत आए थे। पदभार ग्रहण करने के बाद विक्रमसिंघे की यह पहली यात्रा थी, जिसमें राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के साथ बैठकें और कई द्विपक्षीय मुद्दों पर अन्य भारतीय गणमान्य व्यक्तियों के साथ चर्चा शामिल थी।
मोदी चुने गए सत्तारूढ़ गठबंधन के नेता
भाजपा-नीत राजग के नेताओं ने बुधवार को सर्वसम्मति से मोदी को सत्तारूढ़ गठबंधन का नेता चुना और गरीबों, महिलाओं, युवाओं, किसानों और समाज के वंचित तबकों की सेवा के लिए सरकार की प्रतिबद्धता को रेखांकित करते हुए एक प्रस्ताव पारित किया। राजग को लोकसभा चुनाव में बहुमत मिलने के एक दिन बाद यहां मोदी के आवास पर बैठक हुई, जिसमें उन्हें नेता चुना गया और इसके साथ ही लगातार तीसरी बार प्रधानमंत्री बनने का उनका मार्ग प्रशस्त हो गया। मोदी इस सप्ताहांत तीसरी बार शपथ लेने की तैयारी में हैं। भाजपा को हालांकि चुनावों में अपनी बदौलत बहुमत नहीं मिला, लेकिन पार्टी के नेतृत्व वाले राजग ने 543 सदस्यीय लोकसभा में से 290 से अधिक सीट हासिल की। निचले सदन में बहुमत का आंकड़ा 272 सीट का है।