भारतीय जनता पार्टी ओडिशा के इतिहास में पहली बार सरकार बनाने जा रही है। भगवा पार्टी ने विधानसभा चुनाव में शानदार जीत दर्ज की है। अब सबकी निगाहें मुख्यमंत्री पद पर जा टिकी हैं।

बीजेपी के लिए नवीन पटनायक के कद और प्रभाव से मेल खाने वाले किसी व्यक्ति को सीएम बनाने की चुनौती है। सीएम बनने की रेस में केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान, चार बार के विधायक मोहन माझी और सीएजी रहे गिरीश मुर्मू का नाम आगे चल रहा है।

ओडिशा के नए मुख्यमंत्री को लेकर जारी कयासों के बीच भाजपा की राज्य इकाई के अध्यक्ष मनमोहन सामल ने बुधवार को कहा कि पार्टी का संसदीय बोर्ड एक या दो दिन में इस बारे में फैसला ले लेगा।

सामल ने संवाददाताओं से बातचीत में बताया कि बेरहामपुर में आयोजित चुनावी रैली को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था कि भाजपा का अगला मुख्यमंत्री 10 जून को शपथ ले लेगा। सामल ने कहा, मुख्यमंत्री का चयन प्रधानमंत्री द्वारा तय अर्हता के आधार पर किया जाएगा। एक उड़िया, जो राज्य की संस्कृति और परंपरा को आगे बढ़ाएगा वह ओडिशा का मुख्यमंत्री होगा। उन्होंने कहा कि चुनाव के दौरान भाजपा द्वारा किए गए वादों को पूरा किया जाएगा। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि विधानसभा चुनाव उड़िया गौरव, संस्कृति और परंपरा की रक्षा करने के लिए लड़ा गया।

सामल ने कहा कि नई सरकार का मुख्य एजेंडा पूर्ववर्ती बीजद सरकार द्वारा लागू बीजू स्वास्थ्य कल्याण योजना (बीएसकेवाई) के स्थान पर केंद्र की आयुष्मान भारत स्वास्थ्य योजना लागू करना है। भाजपा ने 147 सदस्यीय विधानसभा चुनाव में 78 सीट पर जीत दर्ज की है। इसी के साथ नवीन पटनायक के नेतृत्व में गत 24 साल से सत्ता पर काबिज बीजद को अपदस्थ कर दिया है।

ओडिशा में भाजपा को मिला बहुमत

ओडिशा की सत्ता में 24 साल बाद बड़ा फेरबदल हुआ है। भाजपा ने ओडिशा विधानसभा चुनाव में बेहतरीन प्रदर्शन किया है। पार्टी ने 78 सीटें जीतकर बहुमत के 74 का आंकड़ा पार कर लिया है। चुनाव आयोग की रिपोर्ट के अनुसार, बीजू जनता दल को 51 सीटे मिलीं हैं। कांग्रेस ने 14 सीटों पर जीत दर्ज की है। एक सीट माकपा और तीन सीटें अन्य के खाते में गई हैं। ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक हिंजली सीट से 4,636 मतों से जीत गए हैं, जबकि कांताबंजी से 16 हजार से ज्यादा मतों से हार गए हैं।

इनको मिली जीत

भाजपा उम्मीदवार पृथ्वीराज हरिचंद्रन ने बीजू जनता दल (बीजद) के अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी रघुनाथ साहू को 4,566 मतों से हराकर चिलका विधानसभा सीट जीती, जबकि भाजपा के उम्मीदवार अश्विनी कुमार सारंगी ने बीजद के अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी देवेश आचार्य को 4,772 मतों से हराकर बरगढ़ विधानसभा सीट पर जीत दर्ज की। बोनाई विधानसभा क्षेत्र में माकपा उम्मीदवार लक्ष्मण मुंडा ने जीत हासिल की है।

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