मध्यप्रदेश के उज्जैन में वर्ष 2024 की समाप्ति एवं अंग्रेजी नववर्ष 2025 के अवसर पर श्री महाकालेश्वर मंदिर में दूरदराज से आने वाले दर्शनार्थियों की संख्या में वृद्धि होने के कारण उन्हें दर्शन की सुव्यवस्थित व्यवस्था कर सुगमतापूर्वक दर्शन कराने के लिए तैयारियां की जा रही है।

कलेक्टर नीरज कुमार सिंह ने शुक्रवार 27 दिसंबर को प्रात: प्रशासनिक अधिकारियों के साथ व्यवस्थाओं का मुआयना कर संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। कलेक्टर ने लोक निर्माण विभाग के कार्यपालन यंत्री को निर्देश दिए कि शीघ्रता से बेरिकेडिंग की व्यवस्था की जाए।

कलेक्टर नीरज कुमार सिंह ने सर्वप्रथम कर्कराज पार्किंग स्थल का निरीक्षण कर संबंधित अधिकारी को निर्देश दिए कि पार्किंग स्थल पर समतलीकरण, साफ-सफाई, चलित शौचालय, प्रकाश व्यवस्था, पेयजल व्यवस्था आदि व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। इसके बाद कलोता समाज एवं भील समाज की धर्मशाला पर पार्किंग व्यवस्था का अवलोकन किया। उक्त स्थलों पर भी सुव्यवस्थित व्यवस्था करने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने प्रशासनिक अमले के साथ कर्कराज पार्किंग स्थल से पैदल मार्ग का मुआयना करते हुए गंगा गार्डन से गोंड बस्ती, चारधाम पार्किंग, शक्तिपथ, श्री महाकाल महालोक, मानसरोवर होते हुए भगवान महाकाल मंदिर की रैलिंग तक की व्यवस्थाओं का जायजा लेकर अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए।

कुछ ऐसी रहेगी दर्शन व्यवस्था

भगवान महाकालेश्वर के दर्शन के लिए आने वाले सामान्य श्रद्धालु चारधाम मंदिर पार्किंग स्थल से निर्धारित प्रवेश द्वार संग्रहालय के समीप से नंदीद्वार भवन फेसेलिटी सेंटर 01 टनल शक्ति पथ त्रिवेणी श्री महाकाल महालोक मानसरोवर नवीन टनल 01-गणेश मण्डपम से भगवान श्री महाकालेश्वर जी के दर्शन करेंगे, दर्शन उपरांत आपातकालीन निर्गम द्वार से बाहर की ओर बड़ा गणेश मंदिर के समीप हरसिद्धि मंदिर तिराहा पुनः चारधाम मंदिर पर पहुंचकर अपने गन्तव्य की ओर प्रस्थान करेंगे।

श्रद्धालुओं की संख्या अधिक होने पर फेसेलिटी सेंटर 01 से मंदिर परिसर निर्गम रेम्प गणेश मण्डपम् एवं नवीन टनल दोनो ओर से श्रद्धालुओं की दर्शन व्यवस्था की जावेगी। श्रद्धालुओं की संख्या ओर अधिक होने पर फेसेलिटी सेंटर 01 से सीधे कार्तिकेय मण्डपम् में प्रवेश कराकर दर्शन उपरांत द्वार नंबर 10 अथवा निर्माल्य द्वार के रास्ते बाहर की ओर प्रस्थान कराए जाने की व्यवस्था की जाएगी।

श्रद्धालुओं की अत्यधिक संख्या को दृष्टिगत रखते हुए प्रतिवर्षानुसार ऑनलाईन एवं ऑफलाईन भस्मार्ती पंजीयन बंद रखा जाकर कार्तिकेय मण्डपम् रिक्त रखकर श्रद्धालुओं के लिए भस्मार्ती के दौरान चलित भस्मार्ती दर्शन की व्यवस्था प्रातः 04:15 से की जावेगी।

श्रद्धालु सरलता से श्री महाकालेश्वर मंदिर एवं अन्य आवश्यक मूलभूत सुविधाएं वाले स्थल तक आवागमन कर सके इस हेतु सम्पूर्ण दर्शन मार्ग, मंदिर परिक्षेत्र एवं निर्गम द्वार से जूता स्टेण्ड, वाहन पार्किंग, लड्डू प्रसाद काउण्टर, प्राथमिक उपचार सुविधा, पेयजल वितरण स्थल इत्यादि तक पहुंचने के लिए फ्लेक्स लगाए जाएंगे।

आगंतुक श्रद्धालुओं की सुरक्षा को दृष्टिगत रखते हुए मंदिर परिक्षेत्र एवं सम्पूर्ण दर्शन मार्ग पर सी.सी.टी.वी कैमरे लगाए जाएंगे व कंट्रोल रूम में सी.सी.टी.वी सर्विलेंस एवं एल.ई.डी. के माध्यम से सतत् निरीक्षण किया जाकर श्रद्धालुओं की सुरक्षा व्यवस्था पर नजर रखी जा सकेगी।

पार्किंग और यातायात

बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं के वाहनों की पार्किंग कर्कराज पार्किंग, भील समाज धर्मशाला, कलोता समाज धर्मशाला, कार्तिक मेला ग्राउण्ड, हरिुाटक ब्रिज के नीचे हाट बाजार, मेघदूत पार्किंग स्थल पर की जा सकेगी।

श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए चारधाम मंदिर पार्किंग स्थल पर वृहद स्तर के जूता स्टेण्ड का निर्माण किया जावेगा। विशिष्ट/अतिविशिष्ट श्रद्धालुओं के लिए म्युजियम के सम्मुख जूता स्टेण्ड स्थापित किया जावेगा।

श्रद्धालुओं की संख्या को ध्यान में रखते हुए श्री महाकालेश्वर मंदिर के परिक्षेत्र के आसपास पर्याप्त मात्रा में मजबूत बेरिकेटिंग करने के निर्देश कार्यपालन यंत्री लोकनिर्माण विभाग को दिए गए। मंदिरों के आसपास के अतिक्रमण हटाए जाने के लिए कहा गया।

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